कलेक्टर श्री सौरभ कुमार की अध्यक्षता में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) की शासी परिषद की बैठक आज यहां मंथन सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक का एकमात्र एजेण्डा जिले में शिक्षा सुविधाओं के विकास को लेकर था। बैठक में जिले की ग्रामीण क्षेत्रों में 14 हिन्दी माध्यम की नयी स्वामी आत्मानंद स्कूल सहित 18 स्कूलों में उन्नयन कार्य, सामग्री एवं उपकरण सुविधाओं के लिए 28 करोड़ 87 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक, मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक श्री रजनीश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चौहान सहित शासी परिषद के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्य में नये शिक्षा सत्र से 422 हिन्दी माध्यम के नये स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री जी की घोषणा के अनुरूप बिलासपुर जिले में 18 हिन्दी माध्यम के आत्मानंद स्कूल चयनित किये गये हैं। इनमें से प्रथम चरण में 14 स्कूलों की उन्नयन कार्य के लिए 12 करोड़ 17 लाख रूपये की स्वीकृति आज बैठक में दी गई। इन 14 स्वामी आत्मानंद स्कूलों में कोटा विकासखण्ड के तीन स्कूल-शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला रतनपुर, शासकीय बालक उमा शाला बेलगहना शामिल हैं। इसी प्रकार मस्तूरी विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक स्कूल सीपत, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला पचपेड़ी एवं शासकीय उमावि पंधी शामिल हैं। तखतपुर विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला घुटकू, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलपान एवं शासकीय उमावि रानीडेरा तथा बिल्हा विकासखण्ड के अंतर्गत शासकीय कन्या उमावि चकरभांठा, शासकीय उमाशा बरतोरी, शासकीय बालक उमावि कोनी, शासकीय कन्या उमावि बिल्हा एवं शासकीय उमावि सेंदरी शामिल हैं। हिन्दी माध्यम की उक्त 14 स्कूलों में उन्नयन कार्यों के साथ ही आवश्यक उपकरण एवं सामग्री खरीदने के लिए प्रत्येक स्कूल को 75-75 लाख रूपये की स्वीकृति प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया।
शासी परिषद की बैठक में इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र की 4 स्कूलों में आवश्यक सामग्री एवं उपकरण खरीदी के लिए 6.20 करोड़ रूपये की प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है। नगर निगम स्थित हाई स्कूल चिंगराजपारा के लिए 1.73 करोड़, शासकीय कन्या उमावि सरकण्डा के लिए 1.58 करोड़, शासकीय बालक उमावि सरकण्डा के लिए 1.17 करोड़ एवं शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि बिलासपुर के लिए 1.73 करोड़ रूपये शामिल हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप अन्य शासकीय स्कूलों का मरम्मत कार्य भी किया जा रहा है। डीएमएफ मद से भी सर्वोच्च प्राथमिकता के इस काम में प्रथम चरण में 230 स्कूलों के लिए लगभग 7 करोड़ की राशि जारी की गई है।

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