श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना लागतार जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाये में जुटी हुई है। ऑपरेशन सिंदूर चलाकर सेना ने पहले पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों को ठिकाने लगाया और अब सुरक्षा बल देश के भीतर कश्मीर में आतंकियों को ठिकाने लगा रही है। इसी कड़ी में कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों द्वारा आतंकवादियों का एनकांउटर किया जा रहा है। इस एनकांउटर में सेना ने 2 आतंकियों को मार गिराया है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़ के सिंहपोरा, चटरू इलाके में कई आतंकवादियों को घेर रखा है। सेना और सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान अभी जारी है। मौके पर गोलीबारी भी हुई है।
सेना ने इलाके को घेरा
जानकरी के अनुसार सेना ने आतंकियों का एनकाउंटर करने इलाके की घेराबंदी कर दी है। इस हाई अलर्ट ऑपरेशन में आतंकवादियों से निपटने के लिए सेना की ओर से गोलीबारी की खबर है।
जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों द्वारा चलाये जा रहे इस एनकाउंटर में जैश का कमांडर सैफुल्लाह भी घिरा हुआ है। जैश ने पिछले दौर में एक भी लोकल भर्ती नहीं की है। कश्मीर टाइगर और PAFF के छद्म नामों से ऑपरेट कर रहे जैश के लगभग सभी आतंकी पाकिस्तानी मूल के हैं। सैफुल्लाह अकेला बड़ा कमांडर है जोकि स्थानीय है और जम्मू डिवीजन में जैश के छद्म संगठन कश्मीर टाइगर का कमांडर है।
सैफुल्लाह की कमांड में 5 टेररिस्ट के ग्रुप ने ही 10 RR पर ऐम्बुश किया था। इसी ग्रुप के साथ एनकाउंटर में पिछले साल 9 नवंबर को 2 पैरा (एसएफ़) के जेसीओ राकेश कुमार वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस ग्रुप में उस्मान, अरशद अली और उमर ख़ान नाम के टेररिस्ट भी थे।
इसमें से उमर ख़ान खैबर पख्तूनख्वा का रहने वाला है। उसे 11 सितंबर को बसंतगढ़ के पास एक एनकाउंटर में 1 पैरा (एसएफ) ने मार गिराया था। ग्रुप का दूसरा मेंबर अरशद अली भी 11 अप्रैल को 2 पैरा (एसएफ) ने मार गिराया था। अगर सुरक्षा बल आज सैफुल्लाह को मार गिराने में कामयाब हो जाते हैं तो जम्मू में हाल ही में खड़े हुए आतंकी नेटवर्क की कमर टूट जाएगी।