रायपुर- ब्रांडेड शराब की अवैध बिक्री करने वाले आरोपियों को पकड़ा गया है। दो दिन पहले ही प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा था कि अवैध शराब बेचने वालों को बंद करो, वरना हम तुमको बंद कर देंगे।

रायपुर के आबकारी विभाग की टीम ने शहर की गलियों में छापेमारी कर रेड लेबल, ब्लैक लेबल जैसी प्रीमियम शराब बेचने वालों को पकड़ा है। इन आरोपियों के पास से 60 हजार से अधिक की शराब मिली है। ये शराब MP से अवैध तरीके से लाकर बेचने का काम हो रहा था। ये शराब किसके जरिए लाई गई, आबकारी विभाग इसकी जांच कर रही है।

69.68 बल्क लीटर MP की शराब मिली पहले मामले में रायपुर में मेकाहारा हॉस्पिटल के सामने आरोपी उमाकांत सामंता और दूसरे मामले में शंकर नगर में आरोपी कमलाकर मिश्रा को पकड़ा गया। इन दोनों के पास से MP की कुल 10 बोतल जॉनी वॉकर ब्लैक लेबल, 4 बोतल जॉनी वॉकर रेड लेबल, 7 बोतल ब्लेंडर प्राइड व्हिस्की और छत्तीसगढ़ 5 बोतल बडवाइजर मैग्नम बियर और 2 बडवाइज़र मैग्नम कैन बियर मिली।

दोनों के पास से मिली शराब का मार्केट रेट 60590 रुपए है। इनकी बाइक को भी जब्त किया गया है। चार अलग-अलग मामलों में ग्राम चिंगारियां (खरोरा) निवासी आरोपी लीला प्रसाद डहरिया, गुढ़ियारी रायपुर में आरोपी संदीप यादव, देवार मोहल्ला लालपुर निवासी आरोपी विजेंद्र देवार, और लालपुर में कुल 40.68 बल्क लीटर देशी और गोवा स्पेशल व्हिस्की और दो बाइक जब्त की गई है।

ऐसे आए पकड़ में आबकारी विभाग के अफसरों को खबर लगी कि शराब को लोगों की डिमांड पर रायपुर के कुछ लोग सप्लाई कर रहे हैं। अवैध तरीके से ये शराब को ग्राहकों को बेचा करते थे। खबर मिलते ही सप्लायर्स को आबकारी विभाग ने ट्रेस किया। ग्राहक बनकर संपर्क किया और फिर मौके पर जाकर इन्हें पकड़ा गया। इस कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी आरएन तिवारी, डीडी पटेल, आशीष सिंह, टेक बहादुर कुर्रे, रविशंकर पैकरा, स्वाति चौरसिया, जेबा ख़ान और आबकारी उपनिरीक्ष प्रकाश देशमुख, कौशल सोनी, नीलम स्वर्णकार शामिल रहे।

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