धमतरी शहर से कुछ किलोमीटर दूर स्थित मरादेव इलाका में उस वक्त सनसनी फैला गई जब एक तेंदुए की मौजूदगी की सूचना आसपास के लोगों को मिली। वहीं वन विभाग की टीम के द्वारा आसपास के इलाकों में मुनादी कराई गई है। वन विभाग की टीम ने तेंदुए से सुरक्षित रहने जंगलों में देर रात नहीं जान की अपील की गई है। बताया गया कि 12 -13 जून की दरमियानी रात को तेंदुआ ने एक सियार का शिकार भी किया है। वही सियार के ऊपर तेंदुआ के हमला कर मार देने की सूचना वन विभाग को दी गई। जिस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सियार के शव को दफनाया गया।वन मंडलाधिकारी कृष्ण जाधव ने बताया की गंगरेल बांध से लगे वन क्षेत्र में करीब 7 से 8 तेंदुआ है। जिसको काफी लोगों ने देखा भी है। इस क्षेत्र में लगातार तेंदुए का विचरण होते रहता है। तेंदुआ अंधेरा होने के बाद एक्टिव हो जाते हैं। दिन में कभी-कभी बाहर निकल आते हैं। तेंदुआ के द्वारा वन विभाग में दावा किया है। कि गंगरेल बांध में 7 से 8 तेंदुआ है। वनमंडलाधिकारी ने यह भी बताया कि लगातार गंगरेल बांध की ओर जागरूकता फैलाई जा रही है। ग्रामीणों को अंधेरे में निकलने और जंगल की ओर नहीं जाने की हिदायत दी जा रही है। साथ ही ग्रामीणों को घर के बाहर नहीं सोने की भी अपील की गई है।