राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर विशेष अभियान
बलौदाबाजार /कलेक्टर दीपक सोनी के दिशा निर्देश में गठित जिला बाल संरक्षण इकाई, श्रम विभाग, पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा जिले में बाल सह किशोर श्रमिकों के चिन्हांकन एवं पुनर्वास हेतु सघन अभियान का संचालन 10 जून से प्रारंभ किया गया है। इस दौरान जनसमुदाय को बालश्रम एवं नशे का बालकों पर पड़ रहे दूरगामी दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी टिक्वेन्द्र जाटवर के मार्गदर्शन में 10 जून से 13 जून तक संयुक्त टीम के द्वारा पलारी, सिमगा, बलौदाबाजार एवं भाटापारा विकासखण्ड में भ्रमण कर जनसमुदाय को बालश्रम एवं नशे का बालकों पर पड़ रहे दूरगामी दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।इस दौरान टीम ने 3 बच्चों का चिन्हांकन किया जिन्हे समझाईश देकर परिवार के सुपुर्द किया गया साथ ही समुदाय को जागरूक किया गया एवं चिन्हित बच्चों को आवश्यक सहायता प्रदान की गई।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास ने बताया कि किसी संकटमय परिस्थितियों के कारण काम मांगने आने वाले बालक को कम पारिश्रमिक में नियोजित करना परिवार की मदद करना नही है वह बालकों का शोषण ही है। भिक्षावृत्ति कर रहे बालको, अपशिष्ट संग्रहण करने वाले बालकों एवं कार्य मांगने आने वाले बच्चों की सच्ची सहायता चाईल्ड हेल्पलाईन 1098 में उनकी जानकारी देकर की जा सकती है। संयुक्त टीम द्वारा चारों विकासखण्डों में बाल श्रमिक नियोजित नही करने संबंधित पोस्टरों का अवलोकन भी विभिन्न सार्वजनिक प्रतिष्ठानों, बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशनो में किया गया। अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे सामाजिक अपराधों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें, ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।