देश में प्रॉपर्टी की कीमतों ( Property Prices ) में उछाल देखी जा रही है. साल 2022 की पहली तिमाही जनवरी से मार्च के बीच देश में औसतन रेसिडेंशियल कीमतों ( Residential Prices) में 4 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. सबसे ज्यादा इस अवधि में तेजी दिल्ली एनसीआर में देखने को मिली है. दिल्ली – एनसीआर में औसतन 11.3 फीसदी हाउसिंग प्राइसेज में इजाफा हुआ है. जबकि न्यू मुंबई ( New Mumbai) और वेस्टर्न सबर्ब ( Western Suburbs) में 9 से 10 फीसदी हाउसिंग प्राइसेज बढ़ी है.

दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा बढ़ी कीमतें
क्रेडाई-कोलियर्स-लियासेस फोरॉस ( Credai-Colliers-Liases Foras) हाउसिंग प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट 2022 के मुताबिक हैदराबाद में 9 फीसदी तो अहमदाबाद में 8 फीसदी बीते वर्ष के मुकाबले हाउसिंग कीमतें बढ़ी हैं. कोलकाता में 6 फीसदी तो पुणे में 3 फीसदी प्रॉपर्टी की कीमतें रेसिडेंशियल हाउसिंग प्राइसेज बढ़ी है. लेकिन कीमतों में सबसे बड़ा उछाल दिल्ली एनसीआर रीजन में देखने को मिला है. बैंगलुरू और मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन में कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिला है.

अनसोल्ड इंवेटरी में आई कमी
रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (MMR) में सबसे ज्यादा अनसोल्ड इंवेटरी ( Unsold Investory) है जिसके बाद दिल्ली एनसीआर फिर पुणे का नंबर आता है. हालांकि कीमतों के स्टेबल होने और सस्ते होमलोन होने के चलते रेसिडेंशियल डिमांड बढ़ी है जिससे देश में अनसोल्ड इंवेटरी में 1 फीसदी की कमी आई है.

होमबायर को लुभा रहा महंगा घर
वहीं होमबायर का फोकसम अब अफोर्डेबल हाउसिंग से शिफ्ट होकर बड़े और लग्जरी घरों की तरफ जा रहा है. घर खरीदारों का फोकस अब 40 लाख रुपये से कम कीमत वाले अफोर्डेबल हाउसिंग की जगह 40 से 80 लाख रुपये के बीच के घर और 80 लाख से 1.50 करोड़ रुपये के घरों की तरफ शिफ्ट हो रहा है.

रियल एस्टेट सेक्टर की चिंता
बहरहाल हाउसिंग सेक्टर सरकार द्वारा स्टील के एक्सपोर्ट पर नकेल कसने और सीमेंट सप्लाई बढ़ाने के कोशिशों के मद्देनजर खुश है. रियल एस्टेट सेक्टर कमोडिटी की बढ़ती कीमतों से परेशान है पर उसे लगता है कि इससे सेक्टर को फायदा होगा. बहरहाल होम लोन पर बढ़ती ब्याज दरें जरुर हाउसिंग सेक्टर की चिंता बढ़ा रहा है.

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