शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों के जीवन में समृद्धि एवं खुशहाली ला रही है। किसानों के आर्थिक उन्नति की दिशा में यह योजना कारगर साबित हुई है। जिले में इस योजना से प्रेरित होकर युवाओं ने खेती-किसानों को अपनाया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सभी फसलों के लिये 9 हजार रूपए प्रति एकड़ तथा धान के बदले वैकल्पिक फसल लेने पर 10 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। कोदो, कुटकी, रागी उत्पादक कृषकों को भी इसका लाभ मिल रहा है। धान के बदले कोदो, कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता अथवा वृक्षारोपण करने पर प्रति एकड़ 10 हजार रूपए इनपुट सब्सिडी राशि दी जा रही है। वृक्षारोपण करने वाले किसानों को 3 वर्षों तक इनपुट सब्सिडी की राशि मिलेगी। जिले में इन योजनाओं से व्यापक पैमाने पर किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ वर्ष 2021 के लिये 1 लाख 13 हजार 343 किसानों को 234 करोड़ 90 लाख 25 हजार रूपए का भुगतान 3 किस्तों में किया जा चुका है। जिससे किसानों को खेती-किसानी के कार्यों में बहुत सुविधा मिली है। वे उन्नत बीज, उवर्रक, कीटनाशक आसानी से खरीद पा रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक तकनीक को अपनाते हुए खेती करने की दिशा में अग्रसर हुए हैं। जिले में विगत चार वर्षों में कृषि विभाग के शाकंभरी, किसान समृद्धि, उथला नलकूप, चेकडेम निर्माण योजनाओं के माध्यम से 15 हजार 858 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई रकबा बढ़ा है। लघु धान्य फसलों के क्षेत्र में 3274 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। किसान खेती के लिए ट्रेक्टर एवं आधुनिक कृषि यंत्र का बहुतायत उपयोग करने लगे हैं, जिससे उत्पादन में वृद्धि हुई है और उन्हें लाभ मिल रहा है। जिले में 109 ट्रेक्टर व 250 विभिन्न प्रकार के आधुनिक कृषि यंत्रों का कृषकों को अनुदान पर वितरण किया गया है।

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