पाकिस्तान का पांच सदस्यीय दल (Pakistani Delegation) सोमवार को भारत दौरे पर पहुंचेगा. भारत पहुंचने के बाद दोनों देशों के पक्षों के बीच सिंधु जल संधि के तहत जल विद्युत परियोजना पर चर्चा होगी. बैठक के दौरान दोनों ही देशों के दल बाढ़ की अग्रिम सूचना और सिंधु जल के स्थायी आयोग की वार्षिक रिपोर्ट पर भी चर्चा कर सकते हैं.

दोनों देशों के प्रतिनिधि मंडल के बीच जल संधि के अनुच्छेद IX के अन्तर्गत 1000 मेगवाट की पाकल दुल और पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों पर भारत सरकार द्वारा बनाई जा रही कुल 48 मेगावाट निचली कलनई और 624 मेगावाट की किरू जल विद्युत परियोजनाओं पर चर्चा हो सकती है.

मार्च 2022 में भी हुई थी दोनों देशों के बीच वार्ता
पाकिस्तान के सिंधु जल आयुक्त सैयद मेहर अली शाह ने जानकारी देते हुए कहा, “PCIW स्तर पर दोनों देशों के बीच यह 118वीं द्विपक्षीय बैठक होगी. सोमवार को होने वाली इस बैठक से पहले दोनों देशों के बीच 2-4 मार्च 2022 को इस्लामाबाद में तीन दिवसीय वार्ता हुई थी.

सैयद मेहर अली शाह कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल झेलम और चिनाब नदियों जैसी पाकिस्तान की नदियों पर बन रही किसी भी जलविद्युत परियोजना का दौरा नहीं करेगा. हालाँकि इस दौरे के दौरान दोनों ही पक्ष कुछ परियोजनाओं के उन बिंदुओं पर भी बात करेंगे जो पाकिस्तान की दृष्टिकोण में सिंधु जल संधि 1960 के प्रावधानों के अनुसार नहीं हैं.

बता दें कि पाकिस्तान से आने वाला प्रतिनिधि मंडल वाघा सीमा से भारत आएगा और 30-31 मई को दिल्ली में पीसीआईडब्ल्यू स्तर की वार्ता में भाग लेगा. यह प्रतिनिधि मंडल 1 जून को पाकिस्तान लौट जाएगा.

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