प्रयागराज एयरपोर्ट के निर्माण का ठेका मिलने के बाद अब टाटा समूह को एक और एयरपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी मिली है. टाटा समूह की इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) स्थित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का ठेका मिला है.

यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है. इस ठेके को हासिल करने की रेस में एलएंडटी और शापूरजी पलोनजी जैसी दिग्गज कंपनियां भी शामिल थीं. मगर तय मानदंडों के आधार पर टाटा प्रोजेक्ट्स को सबसे अधिक स्कोर दिया गया और उसे ठेका मिल गया

रनवे, टर्मिनल आदि बनाएगी
स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को जेवर एयरपोर्ट के डेवलपमेंट का ठेका मिला है. YIAPL इसी स्विस कंपनी की 100 फीसदी स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी है. इसे जेवर हवाई अड्डे के विकास के लिए एक विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी) बनाया गया है. इसने टाटा समूह को अपना सहयोगी बनाया है. वाईआईएपीएल ने बयान में कहा है कि इस ठेके के तहत टाटा प्रोजेक्ट्स टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, उपयोगिताओं और अन्य सहायक भवनों का निर्माण करेगी. इसका चयन बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के डिजाइन, खरीद और निर्माण में उसके अनुभव के आधार पर अंतिम तीन में से किया गया है.

पहले चरण में 5,700 करोड़ निवेश
बयान में कहा गया है कि कुल 1,334 हेक्टेयर में फैली ग्रीनफील्ड सुविधा के पहले चरण में 5,700 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. इससे एक रनवे का परिचालन शुरू किया जाएगा. इसकी क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी. इस एयरपोर्ट का परिचालन 2024 तक शुरू होने की उम्मीद है. यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, ‘‘हमें नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ साझेदारी करने की खुशी है. इससे हमारी परियोजना अगले चरण में प्रवेश करेगी और निर्माण गतिविधियों में तेजी आएगी.’’

टाटा प्रोजेक्ट्स के सीईओ और एमडी नामित विनायक ने कहा कि हमें जेवर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के ईपीसी कार्य सौंपे जाने पर गर्व है. देश के सबसे उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल एयरपोर्ट को समय पर बनाने के लिए वाईआईएपीएल के साथ कंपनी मिलकर काम करेगी. हम गुणवत्ता, सुरक्षा और स्थिरता के मानकों को पूरा करते हुए इसके निर्माण में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करेंगे.

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