मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मुर्शिदाबाद में जो कुछ हुआ… मालदा में जो कुछ हुआ… वो यहां की TMC सरकार की निर्ममता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता को अब TMC सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है
मुर्शिदाबाद दंगों पर अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी की को निर्मम बताते हुए तीखा हमला किया और कहा कि तृणमूल कांग्रेस के पार्षद लोगों के घरों को जलाने के लिए चिन्हित करने में शामिल थे। उनकी यह टिप्पणी वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के समसेरगंज और धुलियान इलाकों में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के हफ्तों बाद आई है। दंगों में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मुर्शिदाबाद में जो कुछ हुआ… मालदा में जो कुछ हुआ… वो यहां की TMC सरकार की निर्ममता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता को अब TMC सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है। यहां की जनता के पास अब सिर्फ कोर्ट का ही आसरा है। इसलिए पूरा बंगाल कह रहा है – बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार! उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण के नाम पर गुंडागर्दी की खुली छूट दी गई। कल्पना कीजिए कि जब सरकार चलाने वाली पार्टी के लोग लोगों के घरों को पहचान कर जला दें और पुलिस मूकदर्शक बनी रहे, तो क्या भयावह स्थिति होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं बंगाल के गरीब लोगों से पूछता हूं कि क्या सरकार ऐसे चलती है? यहां हर मुद्दे पर कोर्ट को दखल देना पड़ता है। नहीं तो कोई हल नहीं निकलता। बंगाल के लोगों को अब टीएमसी सरकार पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने कहा कि TMC सरकार ने अपने शासनकाल में हजारों टीचर्स का फ्यूचर बर्बाद कर दिया है। TMC के घोटालेबाजों ने सैकड़ों गरीब परिवार के बेटे-बेटियों को अंधकार में धकेल दिया है। मोदी ने कहा कि आज देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। मैं तो चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में भी 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिले। लेकिन TMC सरकार ये नहीं करने दे रही है।
वहीं, मोदी ने आगे कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बरता की, उसके बाद पश्चिम बंगाल में भी बहुत गुस्सा था। आपके भीतर जो आक्रोश था, आपका जो गुस्सा था, उसको मैं भलीभांति समझता था। आतंकवादियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया। हमारी सेना ने उनको सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया। उन्होंने कहा कि हमने आतंक के उन ठिकानों को तबाह किया। जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना तक नहीं की थी। आतंक को पालने वाले पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं है। जब से वो अस्तित्व में आए हैं, तब से ही उसने सिर्फ आतंक को पाला है