सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से किया इंकार
रायपुर/मुंबई। छत्तीसगढ़ में बनी पहली हिन्दी फिल्म जानकी-भाग 1 अब विवादों में आ गई है. सेंसर बोर्ड ने फिलहाल इस फिल्म पर रोक लगा रखी है. बताया जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म के टाइटल को लेकर सर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया है. वहीं इसको लेकर फिल्म के प्रोड्यूसर मोहित साहू का कहना है कि वो अब रिवाइजिंग कमेटी में जाएंगे. अगर कमेटी नहीं मानी तो हाईकोट में जाएंगे. लेकिन जानकी नाम से ही फिल्म रिलीज करेंगे. बता दें कि सेंसर बोर्ड द्वारा अपनी फिल्म की रिलीज पर लगाए गए रोक के बाद प्रोड्यूसर मोहित साहू ने अपने सोशल मीडिया में एक वीडियो पोस्ट किया है. अपने वीडियो में मोहित साहू कहते दिख रहे हैं कि- जानकी का सेंसर सर्टिफिकेट अटका दिया गया है. मैं इस वक़्त मुंबई में हूं. सेंसर बोर्ड ने ‘जानकीÓ नाम पर सर्टिफिकेट जारी करने से इंकार किया है. लेकिन मैं इसी नाम से फिल्म को रिलीज करूंगा.
इसके अलावा प्रोड्यूसर मोहित साहू ने अपने सोशल मीडिया पर फिल्म जानकी-भाग 1 (छ्वड्डठ्ठद्मद्ब ष्टद्धड्डश्चह्लद्गह्म् 1) का एक पोस्टर शेयर कर एक लंबा नोट भी लिखा है. उन्होंने कहा- लगता है सेंसर बोर्ड पुरुष प्रधान हो गया है. कहा जा रहा है कि ‘जानकीÓ नाम हटाओ, तभी प्रमाणपत्र जारी करेंगे. मैं अपनी कहानी की हत्या क्यों करूं. ‘जानकीÓ नाम से कहानी लिखकर मैंने ऐसी कौन सी गलती कर दी. फिल्म में हीरोइन का नाम ‘जानकीÓ रखकर कौन सा गुनाह कर दिया. मैंने सेंसर बोर्ड के अधिकारियों के सामने सवाल खड़े किए, ज़वाब मिला कि रिवाइज़ कमेटी में जाओ. मैंने कहा अब वहीं जाऊंगा. वहां भी ‘जानकीÓ को न्याय नहीं मिला तो सीधे हाईकोर्ट जाऊंगा. बता दें कि पिछले 23 अप्रैल को राजधानी रायपुर के श्याम टॉकीज परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘जानकीÓ का ट्रेलर रिलीज हुआ था. उस दौरान मोहित साहू ने घोषणा की थी कि यह फिल्म 13 जून को हिन्दी भाषा में पूरे भारतवर्ष में रिलीज होने जा रही है।
फिल्म में जानकी के रोल में अनिकृति चौहान और रघु के किरदार में दिलेश साहू नजर आने वाले हैं. यूट्यूब पर इसका ट्रेलर व गाने आ चुके थे. पिछले दो हफ्ते से लगातार इस फि़ल्म का प्रमोशन जारी था.
इसी कड़ी में फिल्म जानकी-भाग 1 (छ्वड्डठ्ठद्मद्ब ष्टद्धड्डश्चह्लद्गह्म् 1) के निर्देशक कौशल उपाध्याय ने सोशल मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “आज मुझे समझ आया कि ‘जानकीÓ से बेहतर नाम ‘कमीनेÓ होता है. वाह सेंसर बोर्ड वाहज्”