इजरायल ने अब ईरान पर हमला करना शुरू कर दिया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल ने शुक्रवार, 13 जून की सुबह कहा कि उसने ईरान पर हमला किया है, और ईरानी मीडिया ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी गई. इजरायल की तरफ से ईरान पर हमला उस समय शुरू हुआ है जब ईरान और अमेरिका के बीच एक नए न्यूक्लियर डील पर पहुंचने के अब तक के प्रयास नाकाम साबित हुए हैं और पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा हुआ है.वहीं इस हमले को लेकर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लायन पर जोर दिया। उन्होंने एलान किया है कि देश ने ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम से एक सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह अभियान ईरान से आ रहे खतरे को खत्म करने के लिए शुरू किया गया है, जो इस्राइल के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती बना हुआ है। नेतन्याहू ने कहा कि कुछ ही देर पहले इस्राइल ने एक निशानेबाज सैन्य अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य ईरान के खतरे को पीछे ढकेलना है। नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक इस खतरे को पूरी तरह समाप्त नहीं कर दिया जाता। गौरतलब है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने 20 वर्षों में पहली बार ईरान को उसके सहयोग न करने पर फटकार लगाई थी। इसके जवाब में ईरान ने घोषणा की कि वह देश में तीसरा यूरेनियम संवर्धन केंद्र शुरू करेगा और नई पीढ़ी की सेंट्रीफ्यूज मशीनें लगाएगा। इस्राइल के इस हमले पर अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस्राइल ने ईरान पर जो हमला किया है, वह उसका एकतरफा फैसला था और इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है।