मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हरेली तिहार मनाने हैलिकॉप्टर द्वारा पाटन विधानसभा क्षेत्र के ग्राम करसा पहुँचे। अपने मुखिया के स्वागत के लिए हैलीपैड और कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुँचे हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हैलीपैड से बैलगाड़ी पर सवार होकर कार्यक्रम स्थल तक पहुँचे।मुख्यमंत्री को ठेठ देसी अंदाज़ में सिर पर खुमरी और वस्त्र के रूप में साजा पहनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हरेली तिहार पर ग्राम करसा में नांगर समेत कृषि कार्य में उपयोग होने वाले औज़ारों और यंत्रों व गेड़ी की पूजा परम्परागत रूप से विधि-विधान से की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम करसा में ग्रामीणों द्वारा एकत्र किए गए गोमूत्र की ख़रीदी की और गोमूत्र को प्रसंस्करण के लिए गौठान से जुड़ी स्व-सहायता समूह महिलाओं को सौंपा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पाटन विकास खण्ड के ग्राम करसा में जय माँ अन्नपूर्णा स्वम सहायता समूह से गौ मूत्र खरीदकर गौ मूत्र खरीदी योजना का शुभारंभ किया।
महिला किसान श्रीमती राजेश्वरी वैष्णव, श्रीमती जानकी साहू से गौ मूत्र खरीदा
मुख्यमंत्री 5 लीटर गौ मूत्र खरीद कर 20रुपये दिया
इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा पशुचलित बैटरी ऑपरेटेड कल्टीवेटर और प्लांटर के प्रोटोटाइप का प्रदर्शन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के समक्ष किया गया। मुख्यमंत्री ने इन यंत्रों से कृषि कार्य में किसानों को होने वाली सुविधा और मवेशियों की दक्षता पर कृषि विशेषज्ञों से सवाल किए।
रिद्धि महिला ग्राम सँगठन के महिला सदस्यों ने गौ मूत्र का ph चेक किया।
मुख्यमंत्री ने परीक्षण करने की प्रक्रिया की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का हैलीपैड पर ग्रामीणों गुलाब देकर स्वागत किया और हरेली तिहार की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने भी आत्मीय भाव से अभिवादन किया।

मुख्यमंत्री पहुंचे गेड़ी दौड़ स्थल पर, खिलाड़ियों से लिया परिचय। सबने अपने गांव का नाम बताया और परिचय दिया।
फिर उन्होंने दौड़ शुरू करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं गिनती पूरी करूँगा, फिर दौड़ शुरू करना है।
उन्होंने गिनती पूरी की, दौड़ शुरू हुई।
विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी।
खेल का संचालन स्वयम मुख्यमंत्री ने किया।
फिर मुख्यमंत्री ने अपने लिए भी गेड़ी मंगाई। तालियों की गड़गड़ाहट हुई।
खेल परिसर के चारों ओर दर्शकों ने उनका अभिवादन किया। वे मंजे हुए गेड़ी खिलाड़ी की तरह नजर आये और खेल परिसर गेड़ी से ही घूमे।
छत्तीसगढ़ में परंपरागत खेलों के लिए आज बड़ा दिन रहा।
चारों ओर शोर था। हमर कका।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गेड़ी पर सवार होकर मैदान का चक्कर लगाया। इस दौरान गेड़ी पर सवार रहते हुए ही मुख्यमंत्री ने फुटबॉल खेला। मुख्यमंत्री ने पूरी दक्षता से गेड़ी पर सवार रहते हुए फुटबॉल को ऐसा किक किया कि फुटबॉल सीधे गोलपोस्ट के भीतर जा पहुँचा।
मुख्यमंत्री ग्रामीणों को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने चर्चा में कहा कि किस तरह से गौठान की परिकल्पना दिमाग मे आई।
लोग परेशान थे, आवारा मवेशी फसल चर देते थे।
इस समस्या को ठीक करना है। ग्रामीणों से फीडबैक लिया। फिर 3 से 4 साल मंथन किया। इसका विकल्प गोबर खरीदी के रूप में नजर आया। फिर हमने इस पर काम शुरू किया। पशुधन के माध्यम से लोगों का आर्थिक विकास पर काम किया गया।
जैविक खेती के लिए हम आगे बढ़े।
आज हमने पेस्टीसाइड के लिए भी गोमूत्र खरीदी आरम्भ की।
मैं आज इसका पहला विक्रेता बना।
इसका लाभ यह है कि लोग गोमूत्र के लिए मवेशियों को घर पर रखेंगे।
कुटरू का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि भेंट मुलाकात के दौरान एक हितग्राही ने बताया कि उसने गोबर की चौकीदारी आरम्भ कर दी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here