भारतीय बाजारों में तमाम उठा-पटक के बीच मार्केट इस हफ्ते भी बढ़त में बंद होने में कामयाब रहे. यह लगातार दूसरा हफ्ता है जब बाजार हरे निशान में क्लोज हुए. बीते सप्ताह शुरुआती 3 दिन दबाव में रहने के बाद आखिरी दो दिनों में मार्केट ने रिकवरी देखी. बाजार में तेजी की वजह फेड का मिनट और एफपीआई बिकवाली का थोड़ा धीमा होना रहा.
इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 558.27 अंक (1.02 प्रतिशत) बढ़कर 54,884.66 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 86.35 अंक (0.53 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 16,352.5 के स्तर पर बंद हुआ. बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स इस सप्ताह 2.7 प्रतिशत नीचे था जबकि मिडकैप इंडेक्स फ्लैट बंद हुआ.
बैंक स्टॉक्स चढ़े
बीएसई सेंसेक्स पर, कोटक महिंद्रा बैंक, हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन और आईसीआईसीआई बैंक के बाद एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप सबसे ज्यादा बढ़ा. दूसरी ओर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और टाटा स्टील ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला.
रुपया सपाट बंद
सेक्टोरल मोर्चे पर, बीएसई बैंक इंडेक्स चार प्रतिशत और बीएसई ऑटो इंडेक्स 3.3 प्रतिशत बढ़ा. वहीं मेटल इंडेक्स में आठ फीसदी, ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3.6 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स में 3.2 फीसदी की गिरावट आई. पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया सपाट बंद हुआ था. यह 27 मई को 77.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जबकि 20 मई को यह 77.54 पर बंद हुआ था.