टमाटर दिन पर दिन और महंगा होता जा रहा है. दिल्ली को छोड़कर, टमाटर की खुदरा कीमतें बुधवार को एक महीने पहले की तुलना में अन्य मेट्रो शहरों में 77 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गईं हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की संभावित कम आपूर्ति के कारण यह तेजी आई है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, एक जून को कोलकाता में टमाटर का खुदरा मूल्य 30 अप्रैल के 25 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 77 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. आंकड़ों से पता चलता है कि मुंबई में भी, खुदरा टमाटर की कीमत एक मई के 36 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर एक जून को 74 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. वहीं, चेन्नई में यह कीमत 47 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 62 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई.
यहां 100 रुपए से भी ज्यादा
हालांकि, दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 39 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि यह कीमत पहले 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी. बुधवार को चार शहरों पोर्ट ब्लेयर, शिलांग, कोट्टायम, पठानमथिट्टा में टमाटर की खुदरा कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक चल रही थीं.
आपूर्ति की संभावित कमी का डर
आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख उत्पादक राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में खुदरा कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और विभिन्न शहरों में यह 50 रुपये से 100 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है. व्यापारियों और विशेषज्ञों ने खुदरा कीमतों में वृद्धि के लिए आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों से आपूर्ति की संभावित कमी को जिम्मेदार ठहराया.
टमाटर का औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य बुधवार को 77 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 52.30 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया, जो एक महीने पहले की अवधि में 29.5 रुपये प्रति किलोग्राम था. लोकलसर्किल के एक हालिया सर्वे में पता चला है कि आम आदमी के रोजमर्रा खर्चों में हर महीने 10 फीसदी का इजाफा हो चुका है. यह बढ़ोतरी पिछले तीन महीने में हुई है. सर्वे में शामिल लोगों ने इस बात की भी आशंका जताई कि आगे भी महंगाई और झटके देगी.