नई दिल्ली – आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात प्रधानमंत्री की तीनों सेनाओं के प्रमुखों, एनएसए, सीडीएस और रक्षा मंत्री के साथ उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के तुरंत बाद हुई है।

 

पहलगाम हमले के बाद आगे की रणनीति को लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। यह मुलाकात पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में हुई है। जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।

सूत्रों ने बताया कि यह बैठक आतंकी हमले के सिलसिले में हुई। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह भी भागवत के साथ बैठक में मौजूद थे। पाकिस्तान से संबंध रखने वाले आतंकवादियों द्वारा 22 अप्रैल को किये गए आतंकी हमले के बाद, सरकार द्वारा जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार किए जाने के बीच प्रधानमंत्री आवास पर दोनों नेताओं (शाह और भागवत) ने अपने विचार साझा किए।

आरएसएस को केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का वैचारिक मार्गदर्शक माना जाता है, इसलिए यह बैठक मायने रखती है। यह बैठक, मोदी द्वारा यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों सहित शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता किये जाने के बाद हुई।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की है।

आरएसएस ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए इसे राष्ट्र की एकता और अखंडता पर हमला बताया है और इसे अंजाम देने वालों को उपयुक्त सजा देने की मांग की। संघ ने कहा, सभी राजनीतिक दलों और संगठनों को आपसी मतभेदों से ऊपर उठकर इस आतंकी हमले की निंदा करनी चाहिए। सरकार को प्रभावित परिवारों को सभी आवश्यक राहत और सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए और इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की उपयुक्त सजा सुनिश्चित करनी चाहिए।’

यह मुलाकात इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि, आरएसएस के 100 वर्षों के इतिहास में संभवत: पहली बार कोई सर संघचालक प्रधानमंत्री से मिलने उसके आवास पहुंचे हैं। अब तक प्रधानमंत्री और संघ प्रमुखों की बैठक अलग-अलग कार्यक्रमों में ही होती रही है।

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