स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों ने शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर बड़ा मुकाम हासिल किया है। इससे प्रदेश में गुणवत्तायुक्त शिक्षा का नया स्तर कायम हुआ है। इसका विचार कैसे आया, इसे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कांकेर के शासकीय नरहरदेव उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला में आयोजित समर कैंप में साझा किया। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में सब जगह लॉकडाउन था। मैंने अधिकारियों की मीटिंग ली और कहा कि छत्तीसगढ़ 20 साल से अस्तित्व में है लेकिन ऐसा एक भी स्कूल आप लोग नहीं बना पाये जिसमें आपके बच्चे पढ़ सके। फिर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का विचार आया। सबसे अच्छे प्राइवेट स्कूलों जैसी शिक्षा हमारे बच्चों को भी मिले, इसके लिए स्कूल आरंभ किये गये। नाम रखा गया स्वामी आत्मानंद के नाम पर जिन्होंने अबुझमाड़ में आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा का इतना अच्छा काम किया।