इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में सोनम और राज समेत 5 आरोपियों को 8 दिन की रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंपा गया है। सभी आरोपियों को 9 जून को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगह से पकड़ा गया था। इन्हें बुधवार को मेघालय कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने इनकी रिमांड मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।
रिमांड मिलने के बाद मेघालय पुलिस आरोपियों का आमना-सामना कराने के साथ सीन रीक्रिएशन भी करा सकती है।
11 मई को शादी के बाद 21 मई को राजा-सोनम शिलॉन्ग पहुंचे थे। 23 मई को परिवार से आखिरी बात हुई थी। 2 जून को राजा का शव मिला था। 17 दिन से गायब सोनम 9 जून को गाजीपुर में मिली थी। इसके बाद ही हत्याकांड का खुलासा हुआ।
शिलॉन्ग पुलिस के 3 दावे
1. शिलॉन्ग SP विवेक स्येम ने कहा, ‘राज के साथी तीनों सुपारी किलर्स ने कबूला है कि सोनम 22 मई को शिलॉन्ग पहुंच गई थी। राजा को मारने का प्लान-ए इसी दिन का था। इसके लिए सोनम ने तय किया था कि वह राजा को पहाड़ पर ले जाएगी।’
2. शिलॉन्ग पुलिस ने दावा किया- प्लान-ए के मुताबिक, तीनों किलर्स भी वहां मौजूद होंगे। इसी बीच सेल्फी लेने के बहाने सोनम राजा को खाई में धक्का दे देगी। लेकिन, बारिश और अंधेरा होने के कारण प्लान-ए कैंसिल करना पड़ा।
3. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने प्लान-ए के बाद प्लान-बी पर काम किया। इसके तहत अगले दिन राजा को पहाड़ पर ले जाकर मार दिया। हत्या के बाद सभी आरोपी क्राइम सीन से 11 किमी दूर इकट्ठा हुए थे।