रायपुर। ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत रायपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। रेंज साइबर थाना रायपुर ने एक संगठित साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर एक व्यवसायी से 2.66 करोड़ रुपये की ठगी की। रायपुर के रहने वाले बिजनेसमैन हेमंत कुमार जैन ने गुढ़ियारी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके साथ शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर भारी ठगी हुई है। इस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 3(5) भा.दं.सं. के तहत मामला दर्ज किया और विवेचना साइबर थाना रायपुर को सौंपी गई। IG अमरेश मिश्रा के निर्देश पर रेंज साइबर टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर मुख्य आरोपियों की पहचान की। टीम को जानकारी मिली कि आरोपी ठगी के बाद अपने-अपने स्थान बदल कर रह रहे थे। इसके बाद झारखंड, गुजरात और आंध्रप्रदेश में एक साथ छापेमारी की गई।

छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड, कंप्यूटर, स्कैनर, प्रिंटर समेत साइबर ठगी से जुड़े कई अहम साक्ष्य बरामद हुए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि ठगी से कमाई गई रकम से संपत्ति खरीदी गई थी, जिसकी अटैचमेंट प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

पुलिस ने इन 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपियों में अशोक खैराती लाल, पिता खैराती लाल शर्मा शामिल है, जो गुजरात के अहमदाबाद स्थित बी-28, ईश्वर बाग टेनामेंट, ईशानपुर का निवासी है। दूसरा आरोपी नागेन्द्र कुमार महतो, पिता स्व. गुजर महतो है, जिसकी उम्र 38 वर्ष है और वह झारखंड के हजारीबाग जिले के संकरपुर सिरसी-2, गली नंबर 6 में रहता है। तीसरा आरोपी शेख बाबा, पिता शेख अलीखान बाबा है, जिसकी उम्र 30 वर्ष है और वह आंध्रप्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के मण्डपेटा क्षेत्र के रावुलापेटा में मकान क्रमांक 17-5-1/1 में रहता है। चौथा आरोपी प्रियांक ब्रह्मभट्ट, पिता जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट है, जिसकी उम्र 33 वर्ष है और वह गुजरात के पाटण जिले के जंगराल गांव के बारोट वास का निवासी है।

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