120 करोड़ की लागत से बनने वाले सड़क निर्माण की खबर करने वाले बीजापुर, छत्तीसगढ़ के जांबाज पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई है। मुकेश की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में डाल दिया गया था। छिपाने के इरादे से सैप्टिक टैंक पर दोबारा कांक्रीट का स्लैब ढ़लवा दिया गया था। आज पुलिस को इससे जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे। जिसके बाद उन्होंने बीजापुर में एक ठेकेदार के सेप्टिक टैंक की खुदाई कराई, जहां मुकेश चंद्राकर की लाश पाई गई। हालांकि पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व के बनी टीम ने दो दिन के तलाशी के बाद शव बरामद कर लिया है।

बताया जाता है कि मुकेश चन्द्राकर ने कम समय में अरबपति बने ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर द्वारा घटिया सड़क निर्माण कराए जाने की खबर की थी। सड़क मिरतुर से हिरोली गंगालूर तक बनाई जानी थी। जिसकी लागत लगभग 56 करोड़ रुपए थी, लेकिन उसका बजट बढ़ाकर 120 करोड़ रुपए कर दिया गया, उसके बाद भी सड़क गुणवत्ताहीन बनी। उस सड़क की सच्चाई उन्होंने अपने साथी पत्रकार नीलेश जी के साथ 30 दिसम्बर को प्रकाशित की। मुकेश एनडीटीवी के अलावा बस्तर टॉकीज नामक यू-ट्यूब चैनल से भी जुड़े हुए थे।

इस खबर के माध्यम से जब इस गड़बड़ी की जानकारी PWD मंत्री अरुण साव को लगी तो उन्होंने कमिटी बनाकर जांच के आदेश दिए। आदेश के बाद पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने दो दिनों के खोजबीन के बाद मुकेश का शव ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर के बाड़े मे बने सेप्टिंक टैंक से बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक हत्या कर शव को सेप्टिंक टैंक में डाल दिया गया था। उसके बाद टैंक पर कांक्रीट से नया स्लैब डाल दिया। पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम से ही लापता थे। भाई से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने मुकेश चंद्राकर खोजना शुरु किया था।

इधर पुलिस ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के छोटे भाई रितेश चंद्राकर की CG- 20- 3333 नंबर महेंद्रा थार गाड़ी रायपुर एयरपोर्ट से बरामद की है। आशंका जताई जा रही है कि सुरेश चंद्राकर गुरुवार शाम 6.40 बजे दिल्ली फ्लाइट से पूरे परिवार समेत फरार हो गया है। पुलिस ने सुरेश चंद्राकर के सबसे छोटे भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

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