छत्तीसगढ़ का जशपुर सर्पलोक के नाम से जाता है, जहां न केवल बहुत अधिक मात्रा में विषैले सर्प रहते हैं, बल्कि इनकी प्रजाति भी लोगों केा डराती है। लेकिन अब यह तमगा बिलासपुर को मिलने वाला है। क्योंकि सांपों की आबादी जशपुर से बिलासपुर शिफ्ट हो रही है। बिलासपुर में हुई मौंते इसका सबूत दे रही है। बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला के प्रश्नकाल में पूछे गए एक सवाल पर कुछ अद्भुत सी जानकारी निकलकर सामने आई है जिसके मुताबिक सर्प लोक जशपुर में सांप काटने से जहां 96 लोगों की मौत हुई है वही बिलासपुर में सांप काटने से 431 की मौत हुई है ।
विधायक सुशांत शुक्ला ने विधानसभा में इस बात को प्रमुखता से उठाया की दरअसल बिलासपुर में जो मौतों का आंकड़ा है वह मुआवजे की चाह में खेले गए खेल का हिस्सा है और इसके पीछे बाकायदा एक रैकेट काम कर रहा है। हैरान कर देने वाला विषय है कि दूरस्थ क्षेत्र जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है और जहां पर पर्याप्त मात्रा में सांप है उन जिलों में मौत का आंकड़ा कम है और जहां पर सांपों के रहने के लिए जगह भी कम है और जहां पर पर्याप्त मात्रा में अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं उस बिलासपुर जिले में मौत का आंकड़ा वनांचल जिलों से चार गुना से भी अधिक है ।
सर्पदंश से होने वाली मौतों पर मुआवजे के नाम पर अधिकारियों ने करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया. सदन में भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला द्वारा लगाए गए आरोप पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने जांच की घोषणा की.