आखिरकार रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कोयला घोटाले के आरोपी दीपेश टांक को सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिल ही गई। हालांकि ये अंतरिम ज़मानत 7 अगस्त तक ही वैलिड है। इधर EOW दीपेश को प्रोडक्शन वारंट पर रिमांड के लिए गिरफ्तार करने पहुंची थी लेकिन दीपेश जेल के कैंपस में बनी कॉलोनी की तरफ से रफूचक्कर हो गया।
EOW ने दीपेश को प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर रिमांड पर लेने का आवेदन कोर्ट में पेश किया था जिसकी आज हुई सुनवाई को बुधवार तक टाल दिया था लेकिन इसी बीच दीपेश के वकीलो ने उसको मिली अंतरिम जमानत को स्थानीय कोर्ट से फर्निश करवाकर रिहाई आदेश जेल भिजवा दिया। जिसके बाद दीपेश को हिरासत में लेने EOW की टीम जेल के बाहर इंतेजार कर रही थी लेकिन इसी बीच दीपेश टांक मौका देखकर जेल के कैंपस में बनी कॉलोनी की तरफ से रफूचक्कर हो गया…
इसी कोल मामले में ही जेल में बंद आरोपी निलबिंत IAS रानू साहु की जमानत याचिका खारिज हो गई है….जमानत याचिका पर मंगलवार को ACB/EOW की विशेष कोर्ट में दोनो पक्षो की सुनवाई पुरी होने के बाद न्यायाधीश ने आज बुधवार तक फैसला सुरक्षित रखा था.. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए विशेष न्यायाधीश ने जमानत याचिका को निरस्त कर दिया…..याचिका खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा जमानत का लाभ दिये जाने पर आरोपी द्वारा जांच को प्रभावित करने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। आपको बता दे कि पिछले दिनो रानू साहु को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी लेकिन रानू साहु ACB/EOW की न्यायिक रिमांड में जेल में बंद में हैं।