यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच में रूस की नौसेना ने जिरकॉन नाम की हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है. यह मिसाइल सेना की लंबी दूरी की मारक क्षमता को प्रदर्शित करती है. यह लॉन्च जिरकॉन के परीक्षण की सीरीज में नया था. इस मिसाइल को इस साल के अंत तक सेवा में लिया जाएगा. रक्षा मंत्री का कहना है कि मिसाइल का प्रक्षेपण बरेंट्स सागर में किया गया था.

मिसाइल ने सफेद सागर में करीब 1000 किमी दूर अपने अभ्यास लक्ष्य को सफलतापूर्वक मार गिराया था. यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहा है. जिरकॉन का प्रक्षेपण भी उसी का एक हिस्सा है. विस्तार से समझते हैं क्या है जिरकॉन और क्यों है इतना अहम…

क्या होती है हाइपरसोनिक मिसाइल?
पुतिन ने रूस के शस्त्रागार में मौजूद अजेय हथियारों के परिवार में हाइपरसोनिक मिसाइल को नया सदस्य बताया है. इससे पहले मॉस्को में किन्झल मिसाइल के प्रक्षेपण के दौरान बताया गया था कि हाइपरसोनिक मिसाइल मैक 5 या उससे तेज (ध्वनि की गति से 5 गुना ज्यादा) गति से आगे बढ़ती है. क्योंकि उसका प्रक्षेप पथ यानी ट्रेजेक्ट्री ( किसी भी फेंकी गई या प्रक्षेपित की गई वस्तु का रास्ता) नीचे होता है, उच्च गति, फुर्तीलेपन की वजह से अमेरिका के रक्षा सेटेलाइट और रडार का हाइपरसोनिक मिसाइल को पकड़ पाना बेहद मुश्किल होगा.

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